जाने ऐसा क्यों लगने लगा,
जब तू मेरे करीब आने लगा !
दिल ढूंढ़ता है उस पल को,
जब मैं तुझसे मिला !
ख़ुशी हुई थी इस कदर,
जब अर्से बाद हुई थी तुझसे मुलाक़ात !
सोचता था तेरे बारे में,
किया करता था तेरी ही बात !
सोचता हूँ उस पल को !
कोसता हूँ उस पल को !
अगर दोस्त ना होते तुम मेरे,
तो नहीं याद करता उस पल को !
चले गए हो दूर अब तुम मुझसे,
सोचना नहीं चाहता अब तेरे बारे में !
तलाश है अब नए अजनबी की,
जो आ जाये मेरे ज़िन्दगी में !
जब तू मेरे करीब आने लगा !
दिल ढूंढ़ता है उस पल को,
जब मैं तुझसे मिला !
ख़ुशी हुई थी इस कदर,
जब अर्से बाद हुई थी तुझसे मुलाक़ात !
सोचता था तेरे बारे में,
किया करता था तेरी ही बात !
सोचता हूँ उस पल को !
कोसता हूँ उस पल को !
अगर दोस्त ना होते तुम मेरे,
तो नहीं याद करता उस पल को !
चले गए हो दूर अब तुम मुझसे,
सोचना नहीं चाहता अब तेरे बारे में !
तलाश है अब नए अजनबी की,
जो आ जाये मेरे ज़िन्दगी में !
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