शुक्रवार, 29 अक्तूबर 2010

किससे क्या कहें?

जब उजाले साथ छोड़ दे,
तो साए को दोष कौन दे?
जब मांझी ही नाव डुबे दे,
तो नाव को दोष कौन दे?
जाब माली बाग़ उजाड़े,
तो फूलों को दोष कौन दे?
जाब अपने कफ़न ओढ़ा दें,
तो पडोसी को दोष कौन दे?
जाब मौसम रंग बदल दे,
तो 'विवेक' को दोष कौन दे?

3 टिप्‍पणियां:

संजय भास्‍कर ने कहा…

जब उजाले साथ छोड़ दे,
तो साए को दोष कौन दे?

BILKUL SAHI SWAL KIYA HAI AAPNE

संजय भास्‍कर ने कहा…

गहरी बात कह दी आपने। नज़र आती हुये पर भी यकीं नहीं आता।

Apanatva ने कहा…

bahut sunder rachana kahee kahee matra kee tankan kee vajah se galtiya hai aap swayam padenge to sudhar lenge.........