अब उस रास्ते पे क्यूँ जाना, जिसने हमें ठुखरा दिया !
चलो चले उस मंज़िल की ओर, जो हमें है पुकार रहा !
कर लिया इंतज़ार अब तक, अब और नहीं कर सकता !
नए साथी बहुत बनते हैं, पुराने दोस्तों को नहीं भूल सकता !
नज़रें मिलाने के काबिल न हूँ, लेकिन भूल मत जाना तुम मुझे !
तेरे दिल के करीब बैठा हूँ, लेकिन बात नहीं कर सकता तुझसे !
आज फिर से आया हूँ उस पथ पे, जहां से भटक गया था मैं !
न जाने ऐसे ख्याल क्यूँ आ रहे हैं, जो सोच नहीं सकता मैं !
तुझ बिन कई ऐसे दिन बीत गए, जिसे याद नहीं करना चाहता !
पर उन साथियों को कैसे बताऊँ, जिनसे आगे अब नहीं बढ़ सकता !
जब साथ थे हम सब कभी, तो बहुत मौज किया करते थे !
आज फिर जब बात होती है कभी, तो इसी तरह हम रहते हैं !
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