बुधवार, 17 दिसंबर 2014

मेरी शक्ति को पहचानो

मैं हूँ आज की नारी
कमजोर मत समझना मुझे भूल से भी !
जानती हूँ जवाब देना
कर देती हूँ ऐसा हाल
भूल जाते हो तुम मेरी शक्ति को !
अगर उठ गया हथियार
तो सामने वाले मान लेंगे हार !
कह देते हैं मुझे बक्स दो
अब न करूंगा ऐसी गलती
पहचान न पाया था मैं तुझे
लेकिन अब पहचान गया तेरी शक्ति को !
ये रण छोड़ मैं जाता हूँ
दिल को ये समझाता हूँ !
तुझसे जीत नहीं सकता मैं
आगे बढ़ नहीं सकता मैं !
गलती हुई हो अगर मुझसे कुछ भी
माफ मुझे तुम कर देना
कमजोर समझने की गलती
नहीं करूंगा अब कभी !

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