बुधवार, 9 मई 2012

सुकून मिला

शुरू हुई खुशियाँ मेरी!
जब मिल गयी मुझे चाहत मेरी!
दिल मेरा है कह रहा
जो दिख रही, है वही गलियां तेरी!

कैसा प्यार, कैसा जूनून,
कैसा है इश्क, कैसा है सुकून!
जो नाम दिल पर लिख दिया 
है वही मेरी इश्क का जूनून!

जब दिल से कहते हैं लोग
तो क्या कह रहे, ज़रा सुन भी लो!
है मेरे दिल का रास्ता 
यहीं से ज़रा तुम खोल दो!

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