कुछ कहने को दिल चाहता है
लेकिन कह नहीं पता है!
कुछ कहने को दिल करता है मेरा
लेकिन कहने से दिल घबरा जाता है!
न जाने किस आवाज़ की गूंज सुनने को बेताब है ये दिल!
न जाने किस आवाज़ की तलाश कर रहा है ये दिल!
वो प्यार ही क्या जो हम समझ नहीं पायें
जो प्यार हमारा दिल किया करता है!
खूबसूरती जो देखी है मैंने, वो खुबसूरत पल आएगा कब!
जो खूबसूरती चाहिए मुझे, वो खुबसूरत मिला न कोई अब तक!
लेकिन कह नहीं पता है!
कुछ कहने को दिल करता है मेरा
लेकिन कहने से दिल घबरा जाता है!
न जाने किस आवाज़ की गूंज सुनने को बेताब है ये दिल!
न जाने किस आवाज़ की तलाश कर रहा है ये दिल!
वो प्यार ही क्या जो हम समझ नहीं पायें
जो प्यार हमारा दिल किया करता है!
खूबसूरती जो देखी है मैंने, वो खुबसूरत पल आएगा कब!
जो खूबसूरती चाहिए मुझे, वो खुबसूरत मिला न कोई अब तक!
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